रामायणम् — 6.59.104
Original
Segmented
तानि आयुधानि अद्भुत-विग्रहानि मोघानि कृत्वा स शरो अग्नि-दीप्तः प्रसह्य तस्य एव किरीट-जुष्टम् तदा अतिकायस्य शिरो जहार
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तानि | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| आयुधानि | आयुध | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| अद्भुत | अद्भुत | pos=a,comp=y |
| विग्रहानि | विग्रह | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| मोघानि | मोघ | pos=a,g=n,c=2,n=p |
| कृत्वा | कृ | pos=vi |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| शरो | शर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अग्नि | अग्नि | pos=n,comp=y |
| दीप्तः | दीप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| प्रसह्य | प्रसह् | pos=vi |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| किरीट | किरीट | pos=n,comp=y |
| जुष्टम् | जुष् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
| तदा | तदा | pos=i |
| अतिकायस्य | अतिकाय | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| शिरो | शिरस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| जहार | हृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |