रामायणम् — 6.6.14
Original
Segmented
अन्योन्य-मतिम् आस्थाय यत्र सम्प्रतिभाष्यते न च ऐकमत्ये श्रेयो ऽस्ति मन्त्रः सो ऽधम उच्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अन्योन्य | अन्योन्य | pos=n,comp=y |
| मतिम् | मति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| आस्थाय | आस्था | pos=vi |
| यत्र | यत्र | pos=i |
| सम्प्रतिभाष्यते | सम्प्रतिभाष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| न | न | pos=i |
| च | च | pos=i |
| ऐकमत्ये | ऐकमत्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| श्रेयो | श्रेयस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| ऽस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| मन्त्रः | मन्त्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽधम | अधम | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| उच्यते | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |