रामायणम् — 6.61.59
Original
Segmented
स ता महात्मा हनुमान् अपश्यंः चुकोप कोपात् च भृशम् ननाद अमृष्यमाणो अग्नि-निकाश-चक्षुः महीधर-इन्द्रम् तम् उवाच वाक्यम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ता | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=p |
| महात्मा | महात्मन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| हनुमान् | हनुमन्त् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अपश्यंः | अपश्यत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| चुकोप | कुप् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| कोपात् | कोप | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| च | च | pos=i |
| भृशम् | भृशम् | pos=i |
| ननाद | नद् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| अमृष्यमाणो | अमृष्यमाण | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| अग्नि | अग्नि | pos=n,comp=y |
| निकाश | निकाश | pos=n,comp=y |
| चक्षुः | चक्षुस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| महीधर | महीधर | pos=n,comp=y |
| इन्द्रम् | इन्द्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |