रामायणम् — 6.61.62
Original
Segmented
स तम् समुत्पाट्य खम् उत्पपात वित्रास्य लोकान् स सुरान् सुर-इन्द्रान् संस्तूयमानः खचरैः अनेकैः जगाम वेगाद् गरुड-उग्र-वीर्यः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| समुत्पाट्य | समुत्पाटय् | pos=vi |
| खम् | ख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| उत्पपात | उत्पत् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| वित्रास्य | वित्रासय् | pos=vi |
| लोकान् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| स | स | pos=i |
| सुरान् | सुर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| सुर | सुर | pos=n,comp=y |
| इन्द्रान् | इन्द्र | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| संस्तूयमानः | संस्तु | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| खचरैः | खचर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| अनेकैः | अनेक | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| जगाम | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| वेगाद् | वेग | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| गरुड | गरुड | pos=n,comp=y |
| उग्र | उग्र | pos=a,comp=y |
| वीर्यः | वीर्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |