रामायणम् — 6.62.22
Original
Segmented
सा बभूव मुहूर्तेन हरिभिः दीपिता पुरी लोकस्य अस्य क्षये घोरे प्रदीप्ता इव वसुंधरा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| बभूव | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| मुहूर्तेन | मुहूर्त | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| हरिभिः | हरि | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| दीपिता | दीपय् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| पुरी | पुरी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| लोकस्य | लोक | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| क्षये | क्षय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| घोरे | घोर | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| प्रदीप्ता | प्रदीप् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| इव | इव | pos=i |
| वसुंधरा | वसुंधरा | pos=n,g=f,c=1,n=s |