रामायणम् — 6.67.17
Original
Segmented
कृत्वा निर्वानराम् उर्वीम् हत्वा रामम् स लक्ष्मणम् करिष्ये परमाम् प्रीतिम् इति उक्त्वा अन्तरधीयत
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कृत्वा | कृ | pos=vi |
| निर्वानराम् | निर्वानर | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| उर्वीम् | उर्वी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| हत्वा | हन् | pos=vi |
| रामम् | राम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| स | स | pos=i |
| लक्ष्मणम् | लक्ष्मण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| करिष्ये | कृ | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| परमाम् | परम | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| प्रीतिम् | प्रीति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| उक्त्वा | वच् | pos=vi |
| अन्तरधीयत | अन्तर्धा | pos=v,p=3,n=s,l=lan |