रामायणम् — 6.68.8
Original
Segmented
हनूमान् पुरतस् तेषाम् जगाम कपि-कुञ्जरः प्रगृह्य सु महत् शृङ्गम् पर्वतस्य दुरासदम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| हनूमान् | हनुमन्त् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| पुरतस् | पुरतस् | pos=i |
| तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| जगाम | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| कपि | कपि | pos=n,comp=y |
| कुञ्जरः | कुञ्जर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रगृह्य | प्रग्रह् | pos=vi |
| सु | सु | pos=i |
| महत् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| शृङ्गम् | शृङ्ग | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| पर्वतस्य | पर्वत | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| दुरासदम् | दुरासद | pos=a,g=n,c=2,n=s |