रामायणम् — 6.70.40
Original
Segmented
त्वयि प्रव्रजिते वीर गुरोः च वचने स्थिते रक्षसा अपहृता भार्या प्राणैः प्रियतरा तव
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| त्वयि | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
| प्रव्रजिते | प्रव्रज् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| वीर | वीर | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| गुरोः | गुरु | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |
| वचने | वचन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| स्थिते | स्था | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| रक्षसा | रक्षस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| अपहृता | अपहृ | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| भार्या | भार्या | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| प्राणैः | प्राण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| प्रियतरा | प्रियतर | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |