रामायणम् — 6.74.9
Original
Segmented
तम् उवाच महा-तेजाः पौलस्त्यम् अपराजितम् समाह्वये त्वाम् समरे सम्यग् युद्धम् प्रयच्छ मे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| तेजाः | तेजस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पौलस्त्यम् | पौलस्त्य | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अपराजितम् | अपराजित | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| समाह्वये | समाह्वा | pos=v,p=1,n=s,l=lan |
| त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| समरे | समर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| सम्यग् | सम्यक् | pos=i |
| युद्धम् | युद्ध | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| प्रयच्छ | प्रयम् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=4,n=s |