रामायणम् — 6.75.24
Original
Segmented
अकृत्वा कत्थसे कर्म किम् अर्थम् इह राक्षस कुरु तत् कर्म येन अहम् श्रद्दध्याम् तव कत्थनम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अकृत्वा | अकृत्वा | pos=i |
| कत्थसे | कत्थ् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| इह | इह | pos=i |
| राक्षस | राक्षस | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| कुरु | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| येन | यद् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| श्रद्दध्याम् | श्रद्धा | pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| कत्थनम् | कत्थन | pos=n,g=n,c=2,n=s |