रामायणम् — 6.84.2
Original
Segmented
रावणस्य अप्रसह्यम् तम् शर-संपातम् एकतः न शेकुः सहितुम् दीप्तम् पतंगा इव पावकम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| रावणस्य | रावण | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| अप्रसह्यम् | अप्रसह्य | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| शर | शर | pos=n,comp=y |
| संपातम् | सम्पात | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| एकतः | एकतस् | pos=i |
| न | न | pos=i |
| शेकुः | शक् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| सहितुम् | सह् | pos=vi |
| दीप्तम् | दीप् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| पतंगा | पतंग | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| इव | इव | pos=i |
| पावकम् | पावक | pos=n,g=m,c=2,n=s |