रामायणम् — 6.84.3
Original
Segmented
ते ऽर्दिता निशितैः बाणैः क्रोशन्तो विप्रदुद्रुवुः पावक-अर्चिस्-समाविष्टाः दह्यमाना यथा गजाः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ऽर्दिता | अर्दय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| निशितैः | निशा | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
| बाणैः | बाण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| क्रोशन्तो | क्रुश् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| विप्रदुद्रुवुः | विप्रद्रु | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| पावक | पावक | pos=n,comp=y |
| अर्चिस् | अर्चिस् | pos=n,comp=y |
| समाविष्टाः | समाविश् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| दह्यमाना | दह् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| यथा | यथा | pos=i |
| गजाः | गज | pos=n,g=m,c=1,n=p |