रामायणम् — 6.86.21
Original
Segmented
राक्षसस्य स्तन-अभ्याशे मर्म-ज्ञः हृदयम् प्रति इन्द्र-अशनि-सम-स्पर्शम् स मुष्टिम् विन्यपातयत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| राक्षसस्य | राक्षस | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| स्तन | स्तन | pos=n,comp=y |
| अभ्याशे | अभ्याश | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| मर्म | मर्मन् | pos=n,comp=y |
| ज्ञः | ज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| हृदयम् | हृदय | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| प्रति | प्रति | pos=i |
| इन्द्र | इन्द्र | pos=n,comp=y |
| अशनि | अशनि | pos=n,comp=y |
| सम | सम | pos=n,comp=y |
| स्पर्शम् | स्पर्श | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| मुष्टिम् | मुष्टि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| विन्यपातयत् | विनिपातय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |