रामायणम् — 6.9.17
Original
Segmented
यावत् न स गजाम् स अश्वाम् बहु-रत्न-समाकुलाम् पुरीम् दारयते बाणैः दीयताम् अस्य मैथिली
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यावत् | यावत् | pos=i |
| न | न | pos=i |
| स | स | pos=i |
| गजाम् | गज | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| स | स | pos=i |
| अश्वाम् | अश्व | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| बहु | बहु | pos=a,comp=y |
| रत्न | रत्न | pos=n,comp=y |
| समाकुलाम् | समाकुल | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| पुरीम् | पुरी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| दारयते | दारय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| बाणैः | बाण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| दीयताम् | दा | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| मैथिली | मैथिली | pos=n,g=f,c=1,n=s |