रामायणम् — 6.9.21
Original
Segmented
पुरा शरद्-सूर्य-मरीचि-संनिभान् नव-अग्र-पुङ्खान् सु दृढान् नृप-आत्मजः सृजति अमोघान् विशिखान् वधाय ते प्रदीयताम् दाशरथाय मैथिली
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| पुरा | पुरा | pos=i |
| शरद् | शरद् | pos=n,comp=y |
| सूर्य | सूर्य | pos=n,comp=y |
| मरीचि | मरीचि | pos=n,comp=y |
| संनिभान् | संनिभ | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| नव | नव | pos=a,comp=y |
| अग्र | अग्र | pos=n,comp=y |
| पुङ्खान् | पुङ्ख | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| सु | सु | pos=i |
| दृढान् | दृढ | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| नृप | नृप | pos=n,comp=y |
| आत्मजः | आत्मज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सृजति | सृज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| अमोघान् | अमोघ | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| विशिखान् | विशिख | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| वधाय | वध | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| प्रदीयताम् | प्रदा | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| दाशरथाय | दाशरथ | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| मैथिली | मैथिली | pos=n,g=f,c=1,n=s |