रामायणम् — 6.91.18
Original
Segmented
शूलो ऽयम् वज्र-सारः ते राम रोषात् मया उद्यतः तव भ्रातृ-सहायस्य सद्यः प्राणान् हरिष्यति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| शूलो | शूल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वज्र | वज्र | pos=n,comp=y |
| सारः | सार | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| राम | राम | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| रोषात् | रोष | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| उद्यतः | उद्यम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| भ्रातृ | भ्रातृ | pos=n,comp=y |
| सहायस्य | सहाय | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| सद्यः | सद्यस् | pos=i |
| प्राणान् | प्राण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| हरिष्यति | हृ | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |