रामायणम् — 6.92.18
Original
Segmented
यदि मद्-संनिधौ सीता धर्षिता स्यात् त्वया बलात् भ्रातरम् तु खरम् पश्येः तदा मद्-सायकैः हतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यदि | यदि | pos=i |
| मद् | मद् | pos=n,comp=y |
| संनिधौ | संनिधि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| सीता | सीता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| धर्षिता | धर्षय् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| स्यात् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| बलात् | बल | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| भ्रातरम् | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| खरम् | खर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| पश्येः | पश् | pos=v,p=2,n=s,l=vidhilin |
| तदा | तदा | pos=i |
| मद् | मद् | pos=n,comp=y |
| सायकैः | सायक | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| हतः | हन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |