रामायणम् — 6.98.17
Original
Segmented
एवम् वदन्त्यो बहुधा रुरुदुः तस्य ताः स्त्रियः भूय एव च दुःख-आर्त विलेपुः च पुनः पुनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एवम् | एवम् | pos=i |
| वदन्त्यो | वद् | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part |
| बहुधा | बहुधा | pos=i |
| रुरुदुः | रुद् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| ताः | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| स्त्रियः | स्त्री | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| भूय | भूयस् | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| च | च | pos=i |
| दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
| आर्त | आर्त | pos=a,g=f,c=1,n=p |
| विलेपुः | विलप् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| च | च | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |