रामायणम् — 7.1.17
Original
Segmented
यस्य प्रमाणाद् विपुलम् प्रमाणम् न इह विद्यते दिष्ट्या ते समरे राम कुम्भकर्णो निपातितः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| प्रमाणाद् | प्रमाण | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| विपुलम् | विपुल | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| प्रमाणम् | प्रमाण | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| इह | इह | pos=i |
| विद्यते | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| दिष्ट्या | दिष्टि | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| समरे | समर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| राम | राम | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| कुम्भकर्णो | कुम्भकर्ण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| निपातितः | निपातय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |