रामायणम् — 7.100.8
Original
Segmented
त्वम् हि लोक-गतिः देव न त्वाम् केचित् प्रजानते ऋते मायाम् विशाल-अक्ष तव पूर्व-परिग्रहाम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| लोक | लोक | pos=n,comp=y |
| गतिः | गति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| देव | देव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| न | न | pos=i |
| त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| केचित् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| प्रजानते | प्रज्ञा | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| ऋते | ऋते | pos=i |
| मायाम् | माया | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| विशाल | विशाल | pos=a,comp=y |
| अक्ष | अक्ष | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| पूर्व | पूर्व | pos=n,comp=y |
| परिग्रहाम् | परिग्रह | pos=n,g=f,c=2,n=s |