रामायणम् — 7.11.1
Original
Segmented
सुमाली वर-लब्धान् तु ज्ञात्वा तान् वै निशाचरान् उदतिष्ठद् भयम् त्यक्त्वा स अनुगः स रसातलात्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सुमाली | सुमालिन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वर | वर | pos=n,comp=y |
| लब्धान् | लभ् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| तु | तु | pos=i |
| ज्ञात्वा | ज्ञा | pos=vi |
| तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| वै | वै | pos=i |
| निशाचरान् | निशाचर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| उदतिष्ठद् | उत्था | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| भयम् | भय | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| त्यक्त्वा | त्यज् | pos=vi |
| स | स | pos=i |
| अनुगः | अनुग | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| रसातलात् | रसातल | pos=n,g=n,c=5,n=s |