रामायणम् — 7.11.33
Original
Segmented
वर-प्रदान-संमूढः मानय्-अमान्यम् सु दुर्मतिः न वेत्ति मम शापात् च प्रकृतिम् दारुणाम् गतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वर | वर | pos=n,comp=y |
| प्रदान | प्रदान | pos=n,comp=y |
| संमूढः | सम्मुह् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| मानय् | मानय् | pos=va,comp=y,f=krtya |
| अमान्यम् | अमान्य | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| सु | सु | pos=i |
| दुर्मतिः | दुर्मति | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| वेत्ति | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| शापात् | शाप | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| च | च | pos=i |
| प्रकृतिम् | प्रकृति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| दारुणाम् | दारुण | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| गतः | गम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |