रामायणम् — 7.12.20
Original
Segmented
एवम् स कृत-दारः वै लङ्कायाम् ईश्वरः प्रभुः गत्वा तु नगरम् भार्ये भ्रातृभ्याम् समुदावहत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एवम् | एवम् | pos=i |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| कृत | कृ | pos=va,comp=y,f=part |
| दारः | दार | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वै | वै | pos=i |
| लङ्कायाम् | लङ्का | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| ईश्वरः | ईश्वर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रभुः | प्रभु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| गत्वा | गम् | pos=vi |
| तु | तु | pos=i |
| नगरम् | नगर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| भार्ये | भृ | pos=va,g=f,c=2,n=d,f=krtya |
| भ्रातृभ्याम् | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=4,n=d |
| समुदावहत् | समुदावह् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |