रामायणम् — 7.13.27
Original
Segmented
प्रीतो ऽस्मि तव धर्म-ज्ञ तपसा अनेन सुव्रत मया च एतत् व्रतम् चीर्णम् त्वया च एव धनाधिप
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रीतो | प्री | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ऽस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| ज्ञ | ज्ञ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| तपसा | तपस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| अनेन | इदम् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| सुव्रत | सुव्रत | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| च | च | pos=i |
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| व्रतम् | व्रत | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| चीर्णम् | चर् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| धनाधिप | धनाधिप | pos=n,g=m,c=8,n=s |