रामायणम् — 7.16.17
Original
Segmented
अचिन्तयित्वा स तदा नन्दि-वाक्यम् निशाचरः पर्वतम् तम् समासाद्य वाक्यम् एतद् उवाच ह
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अचिन्तयित्वा | अचिन्तयित्वा | pos=i |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| नन्दि | नन्दिन् | pos=n,comp=y |
| वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| निशाचरः | निशाचर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पर्वतम् | पर्वत | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| समासाद्य | समासादय् | pos=vi |
| वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| ह | ह | pos=i |