रामायणम् — 7.17.24
Original
Segmented
धर्षितायाः त्वया अनार्यैः न इदानीम् मम जीवितम् रक्षः तस्मात् प्रवेक्ष्यामि पश्यतः ते हुताशनम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| धर्षितायाः | धर्षय् | pos=va,g=f,c=6,n=s,f=part |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| अनार्यैः | अनार्य | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| न | न | pos=i |
| इदानीम् | इदानीम् | pos=i |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| जीवितम् | जीवित | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| रक्षः | रक्षस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
| प्रवेक्ष्यामि | प्रविश् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| पश्यतः | दृश् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| हुताशनम् | हुताशन | pos=n,g=m,c=2,n=s |