रामायणम् — 7.17.25
Original
Segmented
यस्मात् तु धर्षिता च अहम् अपापा च अपि अनाथ-वत् तस्मात् तव वध-अर्थम् वै समुत्पत्स्यामि अहम् पुनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यस्मात् | यस्मात् | pos=i |
| तु | तु | pos=i |
| धर्षिता | धर्षय् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| च | च | pos=i |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| अपापा | अपाप | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| अनाथ | अनाथ | pos=a,comp=y |
| वत् | वत् | pos=i |
| तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| वध | वध | pos=n,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| वै | वै | pos=i |
| समुत्पत्स्यामि | समुत्पद् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| पुनः | पुनर् | pos=i |