रामायणम् — 7.20.8
Original
Segmented
क्वचिद् वादित्र-नृत्तानि सेव्यन्ते मुदितैः जनैः रुद्यते च अपरैः आर्तैः धारा-अश्रु-नयन-आननैः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| क्वचिद् | क्वचिद् | pos=i |
| वादित्र | वादित्र | pos=n,comp=y |
| नृत्तानि | नृत्त | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| सेव्यन्ते | सेव् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| मुदितैः | मुद् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
| जनैः | जन | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| रुद्यते | रुद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| च | च | pos=i |
| अपरैः | अपर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| आर्तैः | आर्त | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| धारा | धारा | pos=n,comp=y |
| अश्रु | अश्रु | pos=n,comp=y |
| नयन | नयन | pos=n,comp=y |
| आननैः | आनन | pos=n,g=m,c=3,n=p |