रामायणम् — 7.21.26
Original
Segmented
ततः पाशुपतम् दिव्यम् अस्त्रम् संधाय कार्मुके तिष्ठ तिष्ठ इति तान् उक्त्वा तद्-चापम् व्यपकर्षत
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ततः | ततस् | pos=i |
| पाशुपतम् | पाशुपत | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| दिव्यम् | दिव्य | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| अस्त्रम् | अस्त्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| संधाय | संधा | pos=vi |
| कार्मुके | कार्मुक | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| तिष्ठ | स्था | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| तिष्ठ | स्था | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| इति | इति | pos=i |
| तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| उक्त्वा | वच् | pos=vi |
| तद् | तद् | pos=n,comp=y |
| चापम् | चाप | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| व्यपकर्षत | व्यपकृष् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |