रामायणम् — 7.23.12
Original
Segmented
ततो अग्नि-साक्षिकम् सख्यम् कृतः तत्र रावणः निवात-कवचैः सार्धम् प्रीतिमान् अभवत् तदा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ततो | ततस् | pos=i |
| अग्नि | अग्नि | pos=n,comp=y |
| साक्षिकम् | साक्षिक | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| सख्यम् | सख्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| कृतः | कृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| रावणः | रावण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| निवात | निवात | pos=a,comp=y |
| कवचैः | कवच | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| सार्धम् | सार्धम् | pos=i |
| प्रीतिमान् | प्रीतिमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| अभवत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| तदा | तदा | pos=i |