रामायणम् — 7.25.27
Original
Segmented
निहत्य राक्षस-श्रेष्ठान् अमात्यान् ते संमतान् धर्षयित्वा हृता राजन् गुप्ता हि अन्तःपुरे तव
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| निहत्य | निहन् | pos=vi |
| राक्षस | राक्षस | pos=n,comp=y |
| श्रेष्ठान् | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| अमात्यान् | अमात्य | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| संमतान् | सम्मन् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| धर्षयित्वा | धर्षय् | pos=vi |
| हृता | हृ | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| गुप्ता | गुप् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| हि | हि | pos=i |
| अन्तःपुरे | अन्तःपुर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |