रामायणम् — 7.25.43
Original
Segmented
रावणः तु अब्रवीत् धृष्टः स्वसारम् तत्र संस्थिताम् क्व च असौ तव भर्ता वै मम शीघ्रम् निवेद्यताम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| रावणः | रावण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| धृष्टः | धृष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| स्वसारम् | स्वसृ | pos=n,g=,c=2,n=s |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| संस्थिताम् | संस्था | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| क्व | क्व | pos=i |
| च | च | pos=i |
| असौ | अदस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| भर्ता | भर्तृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वै | वै | pos=i |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| शीघ्रम् | शीघ्रम् | pos=i |
| निवेद्यताम् | निवेदय् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |