रामायणम् — 7.27.16
Original
Segmented
ब्रवीषि यत् तु माम् शक्र संयुगे योत्स्यसि इति ह न एव अहम् प्रतियोत्स्ये तम् रावणम् राक्षस-अधिपम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ब्रवीषि | ब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| शक्र | शक्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| संयुगे | संयुग | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| योत्स्यसि | युध् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
| इति | इति | pos=i |
| ह | ह | pos=i |
| न | न | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| प्रतियोत्स्ये | प्रतियुध् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| रावणम् | रावण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| राक्षस | राक्षस | pos=n,comp=y |
| अधिपम् | अधिप | pos=n,g=m,c=2,n=s |