रामायणम् — 7.28.42
Original
Segmented
स तम् प्रतिविगाह्य आशु प्रवृद्धम् सैन्य-सागरम् त्रिदशान् समरे निघ्नन् शक्रम् एव अभ्यवर्तत
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| प्रतिविगाह्य | प्रतिविगाह् | pos=vi |
| आशु | आशु | pos=i |
| प्रवृद्धम् | प्रवृध् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| सैन्य | सैन्य | pos=n,comp=y |
| सागरम् | सागर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| त्रिदशान् | त्रिदश | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| समरे | समर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| निघ्नन् | निहन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| शक्रम् | शक्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| अभ्यवर्तत | अभिवृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |