रामायणम् — 7.3.17
Original
Segmented
तद्-कृतम् गच्छ धर्म-ज्ञ धनेश-त्वम् अवाप्नुहि यम-इन्द्र-वरुणानाम् हि चतुर्थो ऽद्य भविष्यसि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तद् | तद् | pos=n,comp=y |
| कृतम् | कृ | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
| गच्छ | गम् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| ज्ञ | ज्ञ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| धनेश | धनेश | pos=n,comp=y |
| त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अवाप्नुहि | अवाप् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| यम | यम | pos=n,comp=y |
| इन्द्र | इन्द्र | pos=n,comp=y |
| वरुणानाम् | वरुण | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| हि | हि | pos=i |
| चतुर्थो | चतुर्थ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| ऽद्य | अद्य | pos=i |
| भविष्यसि | भू | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |