रामायणम् — 7.30.11
Original
Segmented
मे इष्टम् नित्यशो देव हव्यैः सम्पूज्य पावकम् संग्रामम् अवतर्तुम् वै शत्रु-निर्जय-काङ्क्षिणः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| इष्टम् | इष् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| नित्यशो | नित्यशस् | pos=i |
| देव | देव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| हव्यैः | हव्य | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| सम्पूज्य | सम्पूजय् | pos=vi |
| पावकम् | पावक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| संग्रामम् | संग्राम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अवतर्तुम् | अवतृ | pos=vi |
| वै | वै | pos=i |
| शत्रु | शत्रु | pos=n,comp=y |
| निर्जय | निर्जय | pos=n,comp=y |
| काङ्क्षिणः | काङ्क्षिन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |