रामायणम् — 7.31.34
Original
Segmented
ततस् ते राक्षसाः स्नात्वा नर्मदाया वर-अम्भसि उत्तीर्य पुष्पाणि आजह्रुः बलि-अर्थम् रावणस्य तु
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ततस् | ततस् | pos=i |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| राक्षसाः | राक्षस | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| स्नात्वा | स्ना | pos=vi |
| नर्मदाया | नर्मदा | pos=n,g=f,c=6,n=s |
| वर | वर | pos=a,comp=y |
| अम्भसि | अम्भस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| उत्तीर्य | उत्तृ | pos=vi |
| पुष्पाणि | पुष्प | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| आजह्रुः | आहृ | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| बलि | बलि | pos=n,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| रावणस्य | रावण | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| तु | तु | pos=i |