रामायणम् — 7.31.37
Original
Segmented
तत्र स्नात्वा च विधिवत् जपित्वा जप्यम् अनुत्तमम् नर्मदा-सलिलात् तस्माद् उत्ततार स रावणः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तत्र | तत्र | pos=i |
| स्नात्वा | स्ना | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| विधिवत् | विधिवत् | pos=i |
| जपित्वा | जप् | pos=vi |
| जप्यम् | जप्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अनुत्तमम् | अनुत्तम | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| नर्मदा | नर्मदा | pos=n,comp=y |
| सलिलात् | सलिल | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| तस्माद् | तद् | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| उत्ततार | उत्तृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| रावणः | रावण | pos=n,g=m,c=1,n=s |