रामायणम् — 7.32.37
Original
Segmented
उक्त्वा न भेतव्यम् इति स्त्री-जनम् स ततो ऽर्जुनः उत्ततार जलात् तस्माद् गङ्गा-तोयात् इव अञ्जनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| उक्त्वा | वच् | pos=vi |
| न | न | pos=i |
| भेतव्यम् | भी | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
| इति | इति | pos=i |
| स्त्री | स्त्री | pos=n,comp=y |
| जनम् | जन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ततो | ततस् | pos=i |
| ऽर्जुनः | अर्जुन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उत्ततार | उत्तृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| जलात् | जल | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| तस्माद् | तद् | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| गङ्गा | गङ्गा | pos=n,comp=y |
| तोयात् | तोय | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| अञ्जनः | अञ्जन | pos=n,g=m,c=1,n=s |