रामायणम् — 7.33.15
Original
Segmented
भयाद् यस्य अवतिष्ठेताम् निष्पन्दौ सागर-अनिलौ सो ऽयम् अद्य त्वया बद्धः पौत्रो मे अतीव दुर्जयः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| भयाद् | भय | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| अवतिष्ठेताम् | अवस्था | pos=v,p=3,n=d,l=vidhilin |
| निष्पन्दौ | निष्पन्द | pos=a,g=m,c=1,n=d |
| सागर | सागर | pos=n,comp=y |
| अनिलौ | अनिल | pos=n,g=m,c=1,n=d |
| सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अद्य | अद्य | pos=i |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| बद्धः | बन्ध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| पौत्रो | पौत्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| अतीव | अतीव | pos=i |
| दुर्जयः | दुर्जय | pos=a,g=m,c=1,n=s |