रामायणम् — 7.33.7
Original
Segmented
पुरोहितो ऽस्य गृहीत्वा अर्घ्यम् मधुपर्कम् तथा एव च पुरस्तात् प्रययौ राज्ञ इन्द्रस्य इव बृहस्पतिः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| पुरोहितो | पुरोहित | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| गृहीत्वा | ग्रह् | pos=vi |
| अर्घ्यम् | अर्घ्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| मधुपर्कम् | मधुपर्क | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| तथा | तथा | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| च | च | pos=i |
| पुरस्तात् | पुरस्तात् | pos=i |
| प्रययौ | प्रया | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| राज्ञ | राजन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| इन्द्रस्य | इन्द्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| बृहस्पतिः | बृहस्पति | pos=n,g=m,c=1,n=s |