रामायणम् — 7.37.13
Original
Segmented
यत् त्वाम् विजयिनम् राम पश्यामो हत-शात्रवम् उपपन्नम् च काकुत्स्थ यत् त्वम् अस्मान् प्रशंससि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यत् | यत् | pos=i |
| त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| विजयिनम् | विजयिन् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| राम | राम | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| पश्यामो | दृश् | pos=v,p=1,n=p,l=lat |
| हत | हन् | pos=va,comp=y,f=part |
| शात्रवम् | शात्रव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उपपन्नम् | उपपद् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
| च | च | pos=i |
| काकुत्स्थ | काकुत्स्थ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| यत् | यत् | pos=i |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| अस्मान् | मद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| प्रशंससि | प्रशंस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |