रामायणम् — 7.45.16
Original
Segmented
लक्ष्मणो ऽर्थम् तु तम् श्रुत्वा शिरसा वन्द्य मैथिलीम् शिवम् इति अब्रवीत् धृष्टो हृदयेन विशुष्यता
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| लक्ष्मणो | लक्ष्मण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| शिरसा | शिरस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| वन्द्य | वन्द् | pos=vi |
| मैथिलीम् | मैथिली | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| शिवम् | शिव | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| धृष्टो | धृष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| हृदयेन | हृदय | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| विशुष्यता | विशुष् | pos=va,g=n,c=3,n=s,f=part |