रामायणम् — 7.45.19
Original
Segmented
सो ऽश्वान् विचार्य आशु रथे युक्त्वा मनोजवान् आरोहस्व इति वैदेहीम् सूतः प्राञ्जलिः अब्रवीत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽश्वान् | अश्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| विचार्य | विचारय् | pos=vi |
| आशु | आशु | pos=i |
| रथे | रथ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| युक्त्वा | युज् | pos=vi |
| मनोजवान् | मनोजव | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| आरोहस्व | आरुह् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| इति | इति | pos=i |
| वैदेहीम् | वैदेही | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| सूतः | सूत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्राञ्जलिः | प्राञ्जलि | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |