रामायणम् — 7.45.28
Original
Segmented
तस्याः तत् वचनम् श्रुत्वा प्रमृज्य नयने शुभे तितीर्षुः लक्ष्मणो गङ्गाम् शुभाम् नावम् उपाहरत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तस्याः | तद् | pos=n,g=f,c=6,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| प्रमृज्य | प्रमृज् | pos=vi |
| नयने | नयन | pos=n,g=n,c=2,n=d |
| शुभे | शुभ | pos=a,g=n,c=2,n=d |
| तितीर्षुः | तितीर्षु | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| लक्ष्मणो | लक्ष्मण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| गङ्गाम् | गङ्गा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| शुभाम् | शुभ | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| नावम् | नौ | pos=n,g=,c=2,n=s |
| उपाहरत् | उपहृ | pos=v,p=3,n=s,l=lan |