रामायणम् — 7.46.18
Original
Segmented
पतिव्रता-त्वम् आस्थाय रामम् कृत्वा सदा हृदि श्रेयः ते परमम् देवि तथा कृत्वा भविष्यति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| पतिव्रता | पतिव्रता | pos=n,comp=y |
| त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आस्थाय | आस्था | pos=vi |
| रामम् | राम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| कृत्वा | कृ | pos=vi |
| सदा | सदा | pos=i |
| हृदि | हृद् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| श्रेयः | श्रेयस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
| परमम् | परम | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| देवि | देवी | pos=n,g=f,c=8,n=s |
| तथा | तथा | pos=i |
| कृत्वा | कृ | pos=vi |
| भविष्यति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |