रामायणम् — 7.47.11
Original
Segmented
यथा भ्रातृषु वर्तेथाः तथा पौरेषु नित्यदा परमो हि एष धर्मः स्याद् एषा कीर्तिः अनुत्तमा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यथा | यथा | pos=i |
| भ्रातृषु | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| वर्तेथाः | वृत् | pos=v,p=2,n=s,l=vidhilin |
| तथा | तथा | pos=i |
| पौरेषु | पौर | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| नित्यदा | नित्यदा | pos=i |
| परमो | परम | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| धर्मः | धर्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| स्याद् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| एषा | एतद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| कीर्तिः | कीर्ति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| अनुत्तमा | अनुत्तम | pos=a,g=f,c=1,n=s |