रामायणम् — 7.67.11
Original
Segmented
उष्यताम् च इह रजनीम् सकाशे मम राघव प्रभाते पुष्पकेण त्वम् गन्ता स्व-पुरम् एव हि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| उष्यताम् | वस् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| च | च | pos=i |
| इह | इह | pos=i |
| रजनीम् | रजनी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| सकाशे | सकाश | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| राघव | राघव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| प्रभाते | प्रभात | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| पुष्पकेण | पुष्पक | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| गन्ता | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
| स्व | स्व | pos=a,comp=y |
| पुरम् | पुर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| हि | हि | pos=i |