रामायणम् — 7.71.6
Original
Segmented
कुतस् त्वम् असि सुश्रोणि कस्य वा असि सुता शुभे पीडितो ऽहम् अनङ्गेन पृच्छामि त्वाम् सुमध्यमे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कुतस् | कुतस् | pos=i |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| असि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| सुश्रोणि | सुश्रोणी | pos=n,g=f,c=8,n=s |
| कस्य | क | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| वा | वा | pos=i |
| असि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| सुता | सुता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| शुभे | शुभ | pos=a,g=f,c=8,n=s |
| पीडितो | पीडय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| अनङ्गेन | अनङ्ग | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| पृच्छामि | प्रच्छ् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| सुमध्यमे | सुमध्यमा | pos=n,g=f,c=8,n=s |