रामायणम् — 7.75.5
Original
Segmented
अनुरागेण लोकान् त्रीन् स्नेहात् पश्यति सर्वतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अनुरागेण | अनुराग | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| लोकान् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| त्रीन् | त्रि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| स्नेहात् | स्नेह | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| पश्यति | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| सर्वतः | सर्वतस् | pos=i |